हर एक मुसीबतों में खुद को ही आगे क्यों रखते है?
कोन जाने उनकी माँ परवरिश कैसे करती है?
मातृभूमि के लिए खुदकी माँ को क्यों रुलाते है?
खिलौनों खेलने की उम्र में वो बंदूके बोते हे।
शादी करने के लिए वो शहादत को ही क्यों चुनते हे?
हर हफ्ते हर मास एक शहादत होती हे
हर एक शहादत में ये वर्दी ही क्यों होती हे?
खुद मुस्कुराके चले जाते हे, छोड़कर लोगो को रोते हुए,
है उनके भी परिवार कही,
पर वो उनको छोड़ पूरे देश की फिक्र क्यो करते है?
है उनको प्यार ये देश,ये मिट्टी से कई,
देश सो सके इसलीये कई बार मौत की नींद वो खुद क्यो सोते है?
आखिरकार ये वर्दी वाले किस मिट्टी के बने होते है।
कंधे पर अपने, सितारें लगा कर,
लाखों लोगों का खुद सितारा बन जाते है,
जब जब मुसीबत का अँधेरा आता है, वो खुद जलाकर रोशनी कर देते है।
ये वर्दी वाले कौनसी मिट्टी के बने होते है?
पागल ही होते है ये लोग, जो सब कुछ छोड़कर देश के लिए जीते है,
ये वर्दी वाले किस मिट्टी के बने होते है??
No comments:
Post a Comment